aṣṭādhyāyī
पाणिनीविरचिता
20141006
1.2.25 तृषि मृषि क्रुशेः काश्यपस्य
According to काश्यप, सेट् क्त्वा after तृष् मृष् क्ऋश् are not कित्. So तृषित्वा or तर्षित्वा can be formed.
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