aṣṭādhyāyī
पाणिनीविरचिता
20151107
2.3.56 जासिनिप्रहणनाटक्राथपिषां हिन्सायां
i) चुरादिगण जस् , ii) नि-,प्र- prefixed हन् and iii) चुरादिगण नट्-क्रथ्-पिष् bear षष्ठी.
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