aṣṭādhyāyī
पाणिनीविरचिता
20140518
1.2.12 उश्च
झलादि
लिङ् and
आत्मनेपद-after-
सिच् that are
after
ऋ वर्ण
are कित् as well. For example,
कृ लिङ् - कृ सी य् स् त - कृषीष्ट.
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