aṣṭādhyāyī
पाणिनीविरचिता
20160124
3.2.65 कव्यपुरीषपुरीष्येषु ञ्युट्
वह् with कव्य, पुरीष, परीष्य as सुबन्त उपपद may undergo ञ्युट् in vedas.
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